
gmedianews24( source) : प्रदोष व्रत भगवान शिव व माता पार्वती को समर्पित है। इस दिन देवों के देव महादेव और माता पार्वती की पूजा का विधान है। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। हर महीने कृष्ण पक्ष व शुक्ल पक्ष में एक-एक प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस तरह से महीने में दो प्रदोष आते हैं। मई महीने में भी दो प्रदोष व्रत रखे जाएंगे। जानें मई में प्रदोष व्रत कब है-
मई का पहला प्रदोष व्रत कब है- हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी 09 मई को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर शुरू होगी और इस तिथि का समापन 10 मई को शाम 05 बजकर 29 मिनट पर होगा। उदया तिथि में प्रदोष व्रत 09 मई 2025 को रखा जाएगा।
शिव पूजन मुहूर्त- 09 मई को शिव पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 07 बजकर 01 मिनट से लेकर 09 मिनट बजकर 08 मिनट तक रहेगा।
प्रदोष व्रत पारण का मुहूर्त- हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, प्रदोष व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के पश्चात करना उत्तम होता है। 10 मई को प्रदोष व्रत पारण सुबह 05 बजकर 33 मिनट के बाद किया जा सकेगा।
मई महीने का दूसरा प्रदोष व्रत कब है- वैदिक पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी 24 मई को सुबह 07 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 25 मई 2025 को दोपहर 03 बजकर 51 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि में प्रदोष व्रत 24 मई 2025 को रखा जाएगा।
शिव पूजन मुहूर्त- 24 मई को भगवान शिव के पूजन का मुहूर्त शाम 07 बजकर 20 मिनट से रात 09 बजकर 13 मिनट तक रहेगा।
व्रत पारण मुहूर्त- प्रदोष व्रत का पारण 25 मई को सुबह 05 बजकर 26 मिनट के बाद किया जा सकेगा।