[metaslider id="31163"]
Featured

गाय को हर दिन रोटी खिलाने से मिलते हैं क्या फायदे, इसके पीछे का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व जानिए यहां

gmedianews24( source) : हिन्दू धर्म में गाय को रोटी खिलाने का विशेष महत्व होता है. ऐसी मान्यता है गाय में 33 करोड़ देवाताओं का वास होता है. हिन्दू मान्यताओं में गाय को मां का दर्जा दिया गया है.ऐसा माना जाता है कि आप हर दिन गाय को रोटी खिलाकर करोड़ों देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही यह भी मान्यता है कि गाय को रोटी, चारा या गुड़ आदि खिलाने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है. इससे कुंडली में पितृ और शनि दोष दूर होते हैं.

आपको बता दें गाय को रोटी खिलाने के पीछे केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक महत्व भी है. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से…

गाय को रोटी खिलाने का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व

धार्मिक महत्व

अगर आप गाय को रोटी खिलाते हैं, तो इससे श्री कृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है. क्योंकि भगवान कृष्ण को गाय बहुत प्रिय थी. इससे आपके जीवन में सकारात्मकता आती है. मान्यता है गाय को रोटी खिलाने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है, क्योंकि इसमें सभी देवताओं का वास होता है.

वैज्ञानिक महत्व 

गाय के दूध में स्वर्ण तत्व होता है, जो रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है. वहीं, गौमाता को रोटी खिलाने से समाज और पर्यावरण को भी लाभ मिलता है, इससे मानवता का विकास होता है साथ ही, गौ संरक्षण को भी बढ़ावा मिलता है.

गाय से जुड़ी जरूरी बातें

  • गाय को लेकर कहा जाता है कि इसके गले में घंटी जरूर बांधें क्योंकि इसकी आवाज से वास्तु दोष दूर होते हैं.
  • यह भी कहा जाता है कि गाय की खुर्र में नागदेवता का वास होता है. ऐसे में जहां भी गाय का वास होता है वहां सांप-बिच्छू नहीं आते. इसके अलावा एक आंख में सूर्य और दूसरी में चंद्र देव विराजते हैं.
  • वहीं, गाय की पूंछ में हनुमान जी का वास होता है, जिससे बुरी नजर नहीं लगती है. इसका झाड़ा लगाने से नजर उतर जाती है. आपको बता दें कि काली गाय की सेवा करने से ग्रह दोष दूर होते हैं. इसके अलावा गाय की सेवा करने से अटके हुए कार्य संपन्न होते हैं. यह घर की सुख शांति को भी बनाए रखता है.
  • गाय के दूध में घी, मक्खन, दही, गोबर और गो मूत्र में कई रोगों को नाश करने की क्षमता होती है. इन्हें आयुर्वेद में असाध्य रोगों को ठीक करने में मदद ली जाती है.

Related Articles

Back to top button