
gmedianews24.com/Apple ने ट्रंप सरकार द्वारा लगाए गए नए टैरिफ से बचने के लिए भारत और अन्य बाजारों से पांच विमानों में iPhones की ताबड़तोड़ शिपमेंट अमेरिका भेजी. रिपोर्ट के अनुसार, यह बड़ा लॉजिस्टिक ऑपरेशन तीन दिनों में पूरा किया गया, ताकि 5 अप्रैल से लागू हो रहे 10% रेसिप्रोकल टैरिफ से बचा जा सके.
मार्च के अंत में, जब आमतौर पर iPhone शिपमेंट धीमी होती है, Apple ने अचानक प्रोडक्ट मूवमेंट तेज कर दी.
कंपनी ने भारत और चीन से बड़े पैमाने पर स्टॉक अमेरिका के वेयरहाउस में पहुंचाया, ताकि अगले कुछ महीनों तक डिमांड कवर की जा सके.
एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने पुष्टि की कि Apple का उद्देश्य था — नए टैरिफ लागू होने से पहले उत्पाद भेजकर लागत को कम करना. इससे कंपनी मौजूदा कीमतों पर उत्पाद बेच पाएगी, कम से कम कुछ समय तक.
कीमतों पर पड़ेगा असर?
फिलहाल कंपनी का भारत या अन्य बड़े बाजारों में रिटेल प्राइस बढ़ाने का कोई प्लान नहीं है.
हालांकि, अगर टैरिफ लंबे समय तक जारी रहे, तो Apple को वैश्विक स्तर पर कीमतें बढ़ानी पड़ सकती हैं.
कंपनी इस बात का विश्लेषण कर रही है कि वह बिना उपभोक्ताओं पर बोझ डाले, कितनी देर तक यह अतिरिक्त लागत स्वयं वहन कर सकती है — खासकर अमेरिका जैसे प्राइस-सेंसिटिव मार्केट में.