gmedianews24.com/नई दिल्ली। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की डिबेटिंग सोसाइटी ऑक्सफोर्ड यूनियन गुरुवार को ‘यह सदन कश्मीर के स्वतंत्र राज्य में विश्वास करता है’ शीर्षक से एक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. बहस कश्मीर की राजनीतिक स्थिति पर केंद्रित होगी, एक ऐसा विषय जिसने ऐतिहासिक रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पैदा किया है.
बहस के पैनलिस्टों में जस्टिस फाउंडेशन और कश्मीर फ्रीडम मूवमेंट का नेतृत्व करने वाले कश्मीरी स्वतंत्रता कार्यकर्ता डॉ. मुजम्मिल अय्यूब ठाकुर, जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के डिप्लोमैटिक ब्यूरो के अध्यक्ष प्रोफेसर जफर खान और पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के मीडिया सलाहकार रह चुके प्रेम शंकर झा शामिल हैं.
ऑक्सफोर्ड यूनियन ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा, “गुरुवार, 14 नवंबर को 20.30 बजे, हम ‘यह सदन कश्मीर के एक स्वतंत्र राज्य में विश्वास करता है’ प्रस्ताव पर अपने सप्ताह 5 की बहस की मेजबानी करेंगे. कश्मीर का सवाल, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का एक विदाई उपहार है, जिसने 1947 से उपमहाद्वीप को परेशान किया है, जिसके परिणामस्वरूप कई युद्ध हुए हैं. कश्मीरी स्वतंत्रता के लिए निरंतर प्रयास ने एक लंबे समय से चले आ रहे संघर्ष को बनाए रखा है, जो इस क्षेत्र की आत्मनिर्णय और स्वायत्तता की खोज में निहित है. इससे कश्मीरियों के बीच लगातार अशांति, मानवाधिकारों की चिंता और स्वायत्तता की नई मांग हुई है. जबकि परमाणु-सशस्त्र पड़ोसी नियंत्रण और भू-राजनीतिक प्रभाव के लिए होड़ करते हैं, आबादी के बीच शांति की इच्छा प्रबल बनी हुई है. क्या एक स्वतंत्र कश्मीर इस स्थायी संकट का जवाब हो सकता है?”