ब्लैकबोर्ड -वीडियो कॉल उठाया और तबाह हो गई जिंदगी
‘मेरी उम्र 60 साल है। मेरे पास वॉट्सऐप पर एक लड़की का फोन आया। पहले उसने नॉर्मल बातचीत की। फिर बातों-बातों में कहा- चलो आपका एंटरटेनमेंट करते हैं।
मैं भी अकेला फील कर रहा था। मैंने न कॉल कट किया, न ही उसे रोका। उसने वीडियो कॉल किया। कॉल करते ही उसने कपड़े उतारने शुरू कर दिए। रात के वक्त दोबारा उसका फोन आया। उसने फिर से वही हरकत की।
इसके बाद उस लड़की ने मुझे ब्लैकमेल करना शुरू किया। उसकी गैंग के लोग एक के बाद एक ब्लैकमेल करते रहे। मुझे समझ में आ गया था कि मैं फंस गया हूं। खुद को बचाने के लिए मुझे 13 लाख रुपए गंवाने पड़े।’
‘एक लड़की से फेसबुक पर मेरी दोस्ती हुई। उसने वॉट्सऐप पर वीडियो कॉल किया। मैं भी अकेला था तो उसका फोन काटने की जगह देखता रहा। कुछ देर बाद उस लड़की ने मुझसे प्यार भरी बातें कीं। और उसी रात को मेरा अश्लील वीडियो वॉट्सऐप पर भेजा गया।
इसके बाद से ब्लैकमेलिंग शुरू हो गई। मैंने 60 हजार रुपए गंवा दिए। क्या करता अगर मेरे जैसे 55 साल के आदमी के बारे में यह बात फैलती तो कहीं का नहीं रहता।’
दोनों ही पुरुषों के साथ सेक्सटॉर्शन हुआ। यानी मोबाइल, वीडियो कॉल और वेबकैम के जरिए जब अनजान व्यक्ति किसी की सेक्स एक्टिविटी या न्यूड फोटो को रिकॉर्ड करके ब्लैकमेल करे, तब उसे सेक्सटॉर्शन कहते हैं।
50-60 की उम्र वालों की भी सेक्शुअल डिजायर होती है। सुनने में यह बात कुछ लोगों को अटपटी लग रही होगी। वजह यह कि हम दादा-नाना की उम्र वालों से ऐसी बातें एक्सपेक्ट नहीं करते। इसे हमारा समाज स्वीकार नहीं करता। उसे लगता है कि यह उम्र पोते-नातियों को खिलाने, पूजा और धर्म से जुड़ने की है।
ऐसे में डर और शर्मिंदगी की वजह से पचास की उम्र पार कर चुके लोग अपनी सेक्शुअल इच्छा जाहिर नहीं कर पाते। यही वजह है कि वर्चुअल वर्ल्ड में फंसकर ऑनलाइन ठगी के शिकार होने वालों में इस उम्र के लोगों की संख्या बढ़ी है।
दिल्ली के एक इलाके के एक पार्क में मैं 74 साल के हजारी लाल से मिली। वो धीमे कदमों से बेंच की तरफ बढ़े। उनके चेहरे पर संकोच और शर्म साफ नजर आ रही थी। बहुत झिझक के बाद उन्होंने बोलना शुरू किया। इस शर्त के साथ कि उनका नाम या पहचान किसी को भी पता न चले। सेक्सटॉर्शन का शिकार हजारी लाल 13 लाख रुपए गंवा चुके हैं। इसके बारे में उनके परिवार को पता नहीं है।
हजारी लाल कहते हैं, ‘वो अनजान फोन कॉल उठाना मेरे जीवन की सबसे बड़ी गलती साबित हुई। मैं इस तरह की ठगी से अनजान था। मुझे अंदाजा भी नहीं था कि ऐसा भी होता होगा। इस वजह से मैं उन ब्लैकमेल करने वालों के जाल में फंसता चला गया। दोस्तों से पैसे उधार मांगने में भी शर्म आ रही थी। आखिर में जब एक मित्र को इस बारे में पता चला तो उसने पुलिस से शिकायत की। दिल्ली के शाहदरा जिले की साइबर क्राइम पुलिस ने मुझे ब्लैकमेल करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन मेरा पैसा रिकवर नहीं हो सका।’
आप इस जाल में कैसे फंसे? हजारी लाल कहते हैं, ‘सबसे पहले मुझे कॉल करने वाली लड़की ने ब्लैकमेल किया। फिर यूट्यूब अधिकारी बनकर वीडियो अपलोड न करने के नाम पर पैसे लिए गए। लड़की की तरफ से भी फर्जी मुकदमे के नाम पर पैसे वसूले गए। उसके बाद फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर मेरे लूटे गए पैसे वापस दिलाने के नाम पर भी वसूली हुई। एक के बाद एक ही टीम के अलग-अलग लोगों ने मुझे ब्लैकमेल किया। कभी फंसाने के नाम पर, कभी वीडियो के नाम पर, कभी पुलिस कार्रवाई के नाम पर और फिर आखिर में मेरे पैसे वापस दिलाने के नाम पर।’